प्यारी बेटी सौम्या के विद्यालय के वार्षिकोत्सव की एक विडियो | |
सौम्या का पसंदीदा टी वी सीरियल – “कितनी मोहब्बतें “ उसका गीत गाती हुवी |
प्यारी बेटी सौम्या के विद्यालय के वार्षिकोत्सव की एक विडियो | |
सौम्या का पसंदीदा टी वी सीरियल – “कितनी मोहब्बतें “ उसका गीत गाती हुवी |
गोवर्धन था जिनकी कनिष्ठ ऊँगली पर वो तो भवसागर का तारनहार श्री कृष्ण था छत्रछाया में उनकी दुनियां-जन जन नतमस्तक था , पर मेरे ये दो हाथ जिसमे समायी थी दुनियां मेरी जो देते थे सहारा हजारों हाथों को बढ़ बढ़ कर, आज जब चाहा सहारा मैंने तो वो हजार हाथ भीड़ में खो गए और दूसरे हजारों को सहारा देते और मैं ? अपनी मौन आहों को खुद के भीतर समेटे मुस्कुराती रही अपने गम पर इस अकेले कमरे में और साथ हैं हाथ मेरे किये मेरा मस्तक ऊँचा गर्वित नाज है आखिर ये दो बेहतरीन हाथ तो मेरे हैं नतमस्तक तेरी इस सौगात पर बनाये रखना, ताकत भरना इन हाथों में हे जगदीश्वर! जग के नाथ क्यूंकि होता भी हैं ना अपना हाथ जगन्नाथ | डॉ नूतन गैरोला ०८-०१-२०११ |
सांझ यूँ ढली. अँधेरे उजाले की लुक्काछिप्पी के उतार चढाव के मध्य.. सूरज गगन में नववर्ष की शुभकामना देता मुस्कुराने लगा | आओ नवप्रभात, नववर्ष का स्वागत है, तिलक है, है अभिनन्दन | |
वर्ष २०१० की भावभीनी विदाई के साथ नववर्ष का स्वागत है | जाने वाले जो अच्छा दिया तुने उसे गुन लिया मैंने जो बुरा था, वो भला था उससे सबक लिया है मैंने | आने वाला तू अपनी झोली में भरभर खुशहाली लाएगा, इसी विश्वास के संग तेरा स्वागत किया है मैंने | एक इच्छा है, एक कामना है, एक आशा है, एक विश्वास है, एक दुवा है - हम और हम सबका आने वाला साल शुभ और मंगलमयी हो खुशियों से भरा हो | हम खुद में निहित बुराइयों को बाय बाय कह सकें और अच्छे गुणों का स्वागत कर सकें | उन्हें अपना सकें और अमल में ला सकें |हमारा घर, परिवार, मित्र, समाज, देश, दुनिया हर जगह खुशिया हो, सभी सुरक्षित स्वस्थ हो | मंगलकामनाये सभी को नववर्ष पर हार्दिक शुभकामनाएं डॉ नूतन गैरोला |
एक निरीह बेजुबान को किस तरह एक चतुर दरिंदे के आगे उसके अभिमान के लिए अपने प्राणों को गंवाना पड़ा या बेघर होना पड़ा .. और यह कोई नहीं जानता की वह इस दुनिया में है भी की नहीं ? |
आभासीय दुनिया में खूब खाए लड्डू पकौड़े , पाई गिफ्ट , और बने अच्छे मित्र .. .. फिर ऐसा क्या कि सब कुछ बदला बदला सा लगने लगा … सब वैसा ही था फिर क्यों सब बदल गया था … |